राजा को आश्चर्य हुआ बोले वो कैसे । संत बोले राजन बात विश्वास और हठ की है ।जब आप कोई भी काम बिना विश्वास और लगन से करते हो तो असफल ही होगा पर अगर यही कामआप विश्वास और हठ भाव,और लगन से करो ,तो ईश्वर भी उसे पूरा होने से नहीं रोक सकते जब ये गांव वाले मेरे पास आये थे तो विश्वास कि साथ आये थे और में भी विश्वास कि साथ वीणा में मगन था सो दोनों कि विश्वास को ईश्वर ने मान लिया तुम भी उसी विश्वास को सच समझ मेरे पास आये मेरी परीक्षा भी ली पर मेरे विश्वास ने मुझे हरने नहीं दिया ,चाहे में ये चमत्कार करने योग्य भी नहीं था पर महज विश्वास ने मुझे संत की उपाधि दे दी ।बारिश चाहे दो दिन और ना होती पर में नहीं रुकता और उसी लगन विश्वास से लगा रहता बात तो सिर्फ विश्वास और उस विश्वास को पूरा करने की ज़िद है बस कुछ और नहीं ।जब 99% लोग सुबह से रात तक सिर्फ बारिश के विश्वास में बैठे है तो ईश्वर ने भी उन सभी के विश्वास में 1% अपना जोड़ दिया और नतीजा सबके सामने है ।
राजा को अब संत की बात समझ आ गयी थी वो संत कि चरणों में पड़ रोने लगा कहा ,आप सही कहते हो विश्वास और लगन ही इंसान को महान बनाते है ।
तो देखा अपने विश्वास लगन और ज़िद जब इकट्ठे होते है तो ईश्वर भी उन्हें आगे बढ़ने से नहीं रोक सकता । ज़रुरत है विश्वास और ज़िद को पक्का करने की हम थोड़ी सी असफलता से परेशान हो अपने लक्ष्य को ही भूल जाते है , हम यह क्यों नहीं समझते कि हो सकता है ईश्वर ने कुछ इस से भी बढ़िया हमारे लिया सोचा हो पर हम अपने दायरे को छोटा कर उसकी इच्छा को समझ नहीं पाते। बिना परिश्रम और मेहनत सफलता को चखना मूर्खता के सिवाय कुछ भी नहीं ,सो अपने विश्वास को द्रिड करिये और देखिये कैसे सफलता आपके कदम चूमेगी, बस ज़िद से काम करो मन माने या ना माने ,बस करो पर सिर्फ विश्वास के साथ ।
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